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Wednesday, May 25, 2011

दो साल हुवे जो संप्रग के, बस कथा है भ्रस्टाचार की 
आम जनो  के हार की, नोटों के व्यापार  की
गठबंधन के विस्तार की,राजा और कलमाड़ी के उद्धार की
राहुल के रोड शो के  भरमार की
इन सब में खास रही जो बात 
मनमोहन सिंह के धैर्य में वृद्धि के संचार की
माया, मोदी,अन्ना और बाबा  से तकरार की
तेल,शराब,कनस्टर में, अरहर की दाल और शक्कर में
हर पहलू पर मिली, सिर्फ और सिर्फ हार की
दो साल हुवे जो संप्रग के, बस कथा है भ्रस्ताचार की
आम जानो के हार की, नोटों के व्यापर की
                             सर्वेश मिश्र






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